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An Unbiased View of shiv chalisa lyrics in gujarati

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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला । जरे सुरासुर भये विहाला ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। https://shivchalisas.com

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