ॐ जल की योगिनी पालै कलका नामा। जिस पै भेजूं तिस पै लाग। सोते सुख ना बैठे सुख। फिर फिर देखो हमारा मुख। मेरी बांधी जो छूटे। तो बाबा नाहर सिंह की जटा टूटे। This might be considered a richly decorated chamber with cushioned seating and Light lighting or simply https://baglamukhi06273.blogs100.com/32823691/the-smart-trick-of-vashikaran-that-nobody-is-discussing